छत्तीसगढ़ के नवगठित जिले सक्ती में जनपद पंचायत डभरा क्षेत्र की 14 ग्राम पंचायतों में बड़ी ठगी का मामला सामने आया है। इसमें दो लोग विभिन्न ग्राम पंचायतों में पहुंचे और खुद को तथाकथित ‘न्यू इंडिया भारत का संकल्प’ पत्रिका का कर्मचारी बताया। इसके साथ ही कहा कि हमारी मासिक पत्रिका पंचायतों की गतिविधियों को प्रकाशित करती है। इसके लिए पंचायतों के सरपंच-सचिवों से ठगों ने पत्रिका की वार्षि सदस्यता लेने कहा। इसके लिए उन्होंने अलग-अलग ग्राम पंचायतों में अलग-अलग सदस्यता शुल्क बताई। उन्होंने सरपंचों व सचिवों से नकदी रकम लेने से मना करते हुए कहीं 1000 तो कहीं 1500 और कहीं 2000 रुपए का चेक लिया। इसके बाद चेक में लिखी राशि में छेड़छाड़ करके 13 ग्रां पंचायतों के खातों से बड़ी राशि निकाल ली। कुल मिलाकर करीब सात लाख से अधिक रकम की ठगी हुई है। चेक देने के 10 से 15 दिन बाद सचिवों को पता चला कि उनके ग्राम पंचायत के खाते से 1000 की जगह बड़ी राशि आहरित की गई है। जब बैंक से सरपंचों व सचिवों को मामले के बारे में पता चला तो उन्होंने थाने में शिकायत की है।
इन ग्राम पंचायतों से इतने रुपए की हुई ठगी
ग्राम पंचायत | चेक जारी राशि | आहरित राशि |
बरतुंगा | 2000 | 7200 |
भेड़ीकोना | 1000 | 61000 |
साराडीह | 1000 | 34000 |
नवापारा (ड) | 2000 | 8000 |
कुसुमझर | 1500 | चेक बाउंस |
सुखापाली | 2000 | 72000 |
चुरतेली | 1000 | 4000 |
बालपुर | 2000 | 82000 |
मड़वा | 1000 | 40000 |
कबारीपाली | 1000 | 84000 |
अमलीपाली | 1200 | 72000 |
टुंड्री | 1000 | 84000 |
नवापारा(म) | 2500 | 62500 |
सिरौली | 1000 | 940000 |
डभरा ब्लॉक के 14 ग्राम पंचयतों से चेक लेकर गए थे ठग
बता दें कि ठगों ने डभरा बलॉक के 14 ग्राम पंचायतों के सरपंच-सचिवों को झांसे में लेकर चेक लिया था। इसमें 13 ग्राम पंचायतों के सचिव व सरपंच ठगी के शिकार हुए हैं। वहीं 1 ग्रां पंचायत का चेक बाउंस हो गया।
नकद लेने से किया इनकार, बोले- चेक ही चाहिए
बता दें कि ठगों ने जब वार्षिक सदस्यता शुल्क मांगा तो कुछ पंचायतों ने नकद रुपए देना चाहा। इसपर ठगों ने मना करते हुए कहा कि हम केवल चेक ही ले सकते हैं।
रायपुर के एचडीएफसी बैंक में दीपक दीप कुमार के नाम से आहरित की गई राशि
प्राप्त जानकारी के अनुसार राजधानी रायपुर के एचडीएफसी बैंक में दीपक दीप कुमार के नाम से राशि आहरित की गई है। ठगों की ओर से दी गई रसीद में भारत के राष्ट्रीय प्रतीक चिह्न का उपयोग किया गया है। मामले में सभी ग्राम पंचायतों के सरपंच-सचिवों ने थाने के साथ ही सक्ती कलेक्टर से भी मामले की शिकायत की है।