आम आदमी पार्टी (आप) ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर आप के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल की हत्या की गहरी साजिश (murder conspiracy) का आरोप लगाया है। आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने कहा कि ”भजपा ने कहा कि ये (BJP) मुझे मारना चाहते हैं, कल विकासपुरी में इन्होंने मुझ पर हमला करवाया। सामने आकर चुनाव लड़ो ना, हमला क्यों करवाते हो?
आप का कहना है कि भाजपा समर्थकों ने पश्चिमी दिल्ली (West Delhi) के विकासपुरी में केजरीवाल पर जानलेवा हमला किया। भाजपा ने इन आरोपों को राजनीतिक नाटक (political drama) करार दिया और इसे आगामी चुनावों के मद्देनजर सहानुभूति (sympathy) हासिल करने का प्रयास बताया।
आम आदमी पार्टी का आरोप: भाजपा के गुंडों ने केजरीवाल पर किाय हमला
आप नेता और राज्यसभा सदस्य संजय सिंह ने प्रेस वार्ता में आरोप लगाया कि भाजपा के समर्थक केजरीवाल की हत्या की गहरी साजिश (murder conspiracy) रच रहे हैं। संजय सिंह का कहना है कि भाजपा केजरीवाल की जान की दुश्मन बन गई है। और दिल्ली पुलिस (Delhi Police) ने घटना के दौरान हमलावरों को रोकने की कोई कोशिश नहीं की। उन्होंने कहा कि केजरीवाल चुनावी प्रचार अभियान (campaign) से पीछे नहीं हटेंगे और अपनी पदयात्रा (padayatra) जारी रखेंगे।
संजय सिंह बोले – पुलिस निष्पक्ष होती तो यह दटना नहीं होती
जब संजय सिंह से पूछा गया कि क्या पार्टी ने घटना की कोई शिकायत (complaint) दर्ज कराई है, तो उन्होंने जवाब दिया कि अगर पुलिस (police) निष्पक्ष होती तो यह घटना घटित ही नहीं होती। सिंह ने कहा कि आप का दावा है कि हमलावर भाजपा की युवा इकाई (youth wing) के सदस्य थे, और पुलिस को इस घटना पर स्वत: संज्ञान लेना चाहिए।
भाजयुमो के कार्यकर्ताओं ने अरविंद केजरीवाल पर किया जानलेवा हमला : सौरभ भारद्वाज
दिल्ली सरकार के मंत्री सौरभ भारद्वाज ने आरोप लगाया कि भारतीय जनता युवा मोर्चा (BJYM) के दो पदाधिकारी हमलावरों में शामिल थे, जिनमें से एक भाजयुमो का उपाध्यक्ष (vice-president) और दूसरा महासचिव (secretary) है। उन्होंने दावा किया कि ये दोनों भाजपा नेता पहले पार्षद का चुनाव हार चुके हैं।
भाजपा का पलटवार: “आप सहानुभूति जुटाने का कर रही प्रयास”
दिल्ली विधानसभा में भाजपा नेता विजेंद्र गुप्ता ने आम आदमी पार्टी के आरोपों को बेबुनियाद (baseless) करार दिया। उन्होंने कहा कि आप ने इस घटना का कोई सबूत (evidence) नहीं दिया और पुलिस में भी शिकायत (complaint) दर्ज नहीं कराई है। इससे ये आरोप चुनावी सहानुभूति (electoral sympathy) बटोरने के लिए एक राजनीतिक नाटक (political drama) हैं।
गुप्ता ने कहा कि AAP का घटता जनसमर्थन इसे ऐसे नाटकीय आरोपों के सहारे ध्यान आकर्षित करने के लिए मजबूर कर रहा है। उन्होंने कहा कि अगर AAP के पास ठोस प्रमाण होते तो वह पुलिस में शिकायत अवश्य करते।