मुंबई की जीवनरेखा कही जाने वाली लोकल ट्रेन सेवा आज एक भयानक हादसे की गवाह बनी। दिवा और कोपर रेलवे स्टेशन के बीच सोमवार सुबह व्यस्त समय में एक चलती लोकल ट्रेन से गिरकर चार लोगों की मौत हो गई, जिनमें एक जीआरपी कांस्टेबल भी शामिल है। हादसे में छह अन्य यात्री गंभीर रूप से घायल हुए हैं।
अगल-बगल से गुजरीं दो ट्रेनों के पायदान पर लटके यात्री एक-दूसरे से टकराये, 10 से अधिक नीचे गिरे
रेलवे और पुलिस अधिकारियों के अनुसार, यह दर्दनाक हादसा सुबह 9:30 बजे के करीब हुआ, जब कसारा की ओर जा रही लोकल ट्रेन और एक दूसरी लोकल ट्रेन आमने-सामने से अगल-बगल से गुजरीं।
पायदान पर लटके यात्रियों और उनके बैग एक-दूसरे से टकरा गए, जिससे 10 से अधिक यात्री चलती ट्रेन से नीचे गिर पड़े।

मृतकों में ये लोग हैं शामिल
मरने वालों की पहचान इस प्रकार हुई:
- केंतन सरोज
- राहुल गुप्ता
- मयूर शाह
- विकी मुखीयाद – जो कि ठाणे जीआरपी में कांस्टेबल थे।
6 घायलों में चार पुरुष और दो महिलाएं शामिल हैं। सभी को ठाणे जनरल हॉस्पिटल और शिवाजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
चश्मदीद ने क्या बताया
एक घायल यात्री ने बताया,
“ट्रेनें बहुत तेज़ थीं, और पायदान पर खड़े लोग अचानक एक-दूसरे से टकरा गए, हममें से कई लोग चलती ट्रेन से ट्रैक पर गिर पड़े।”
रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी स्वप्निल नीला ने कहा कि घटना की जांच की जा रही है, और पुष्पक एक्सप्रेस से गिरने की खबर गलत है।
मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने ‘X’ (पूर्व ट्विटर) पर लिखा
“यह अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण हादसा है… रेलवे प्रशासन कारणों की गहराई से जांच कर रहा है। घायलों का इलाज प्राथमिकता पर हो रहा है।”
मुंबई लोकल की भीड़ और लापरवाही का नतीजा
हर दिन लाखों यात्रियों को ढोने वाली मुंबई उपनगरीय रेलवे अक्सर ओवरलोडेड और जोखिम भरी यात्रा का माध्यम बनती जा रही है।
ठाणे जिला रेलवे उपयोगकर्ता संघ के अध्यक्ष ओम प्रकाश शर्मा ने बताया कि
भीड़भाड़ की शिकायतें और सुझाव रेलवे को लगातार भेजे गए, लेकिन कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया।