वाराणसी। श्री अग्रसेन कन्या पीजी कॉलेज में प्रबंधन द्वारा अचानक की गई बर्खास्ती कार्रवाई से कॉलेज में हड़कंप मच गया है। प्रशासन ने करीब 40 शिक्षकों व कर्मचारियों को बिना किसी पूर्व नोटिस के सामूहिक रूप से बर्खास्त कर दिया। इस मनमानी के खिलाफ पीड़ित शिक्षकों और कर्मचारियों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जनसंपर्क कार्यालय में ज्ञापन सौंपकर न्याय की गुहार लगाई है।पीड़ितों का आरोप है कि कॉलेज प्रबंधन ने न केवल उन्हें बिन बताए बर्खास्त किया बल्कि पिछले ढाई महीने का वेतन तक नहीं दिया है। इस कार्रवाई से आहत कई कर्मचारी मानसिक तनाव और अवसाद का शिकार हो चुके हैं।
हैरान करने वाली बात यह है कि कर्मचारियों को बर्खास्तगी के नोटिस व्हाट्सएप मैसेज के जरिए भेजे गए जिससे उनके आत्मसम्मान को ठेस पहुंची। कर्मचारियों का कहना है कि कॉलेज प्रबंधन ने अपनी वित्तीय गड़बड़ियों को छुपाने के लिए इन कर्मचारियों को छात्रों की घट रही संख्या का दोषी ठहराते हुए निष्काशित किया।पीड़ितों ने प्रबंधन पर कॉलेज संसाधनों के दुरुपयोग और वित्तीय शोषण का भी आरोप लगाया है।
उन्होंने सरकार से कॉलेज में आर्थिक जांच की मांग की है और पुनर्नियुक्ति की अपील की है।यह मामला वाराणसी जैसे शिक्षा के केंद्र में शिक्षा व्यवस्था की गंभीर स्थिति को उजागर करता है। अब देखना यह है कि प्रधानमंत्री कार्यालय इस मामले में क्या कदम उठाता है।
