उत्तर प्रदेश के भदोही में एक नाबालिग पीड़िता के अपहरण का मामला सामने आया है, जिसे अदालत में गवाही देने से ठीक एक दिन पहले कथित रूप से अगवा कर लिया गया। पुलिस इस घटना की जांच में जुटी है और आरोपियों की तलाश कर रही है।
क्या है मामला?
गोपीगंज थाना क्षेत्र में बीते वर्ष अक्टूबर में 16 वर्षीय दलित नाबालिग लड़की के साथ सामूहिक दुष्कर्म की घटना हुई थी। इस मामले में 19 वर्षीय जाबिर अली और 17 वर्षीय एक अन्य नाबालिग को गिरफ्तार किया गया था। जाबिर अली को जेल भेजा गया, जबकि दूसरा आरोपी बाल सुधार गृह में रखा गया।
गवाही से पहले अपहरण का आरोप
पॉक्सो अदालत में 12 मार्च को पीड़िता की गवाही होनी थी, लेकिन उसके पिता ने 11 मार्च को बेटी के अचानक लापता होने की शिकायत दर्ज कराई। उन्होंने आरोप लगाया कि जमानत पर बाहर आए जाबिर अली और एक अन्य व्यक्ति ने मिलकर उनकी बेटी का अपहरण किया, ताकि वह अदालत में अपना बयान न दे सके।
पुलिस की कार्रवाई
गोपीगंज थाने के प्रभारी निरीक्षक श्याम बिहारी के अनुसार, अपहरण का मामला दर्ज कर लिया गया है, और पुलिस टीम नाबालिग लड़की की तलाश में जुटी है। आरोपी को पकड़ने के लिए संभावित ठिकानों पर छापेमारी की जा रही है।
न्याय की राह में बाधा?
इस घटना के बाद सवाल उठ रहे हैं कि क्या पीड़िता को न्याय मिलने में देरी की जा रही है? क्या गवाही को प्रभावित करने के लिए यह सुनियोजित साजिश थी? फिलहाल पुलिस जांच जारी है और परिजन अपनी बेटी की सुरक्षित वापसी की उम्मीद लगाए बैठे हैं।