ईद-उल-फितर (Eid-Ul-Fitr) और रमजान के आखिरी शुक्रवार की नमाज से पहले मेरठ पुलिस ने सख्त चेतावनी जारी की है। पुलिस प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि यदि कोई व्यक्ति सड़कों पर नमाज अदा करता है, तो उसके खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी। इसमें पासपोर्ट और ड्राइविंग लाइसेंस रद्द करने जैसी कठोर सजा भी शामिल हो सकती है।
Eid-Ul-Fitr: स्थानीय मस्जिदों और ईदगाहों में ही अदा करें नमाज
अपर पुलिस अधीक्षक (नगर) आयुष विक्रम सिंह ने कहा कि सभी लोगों को ईद की नमाज अपने स्थानीय मस्जिदों या नामित ईदगाहों में ही अदा करनी होगी। उन्होंने चेतावनी दी कि सड़कों पर नमाज पढ़ने की अनुमति नहीं दी जाएगी और नियमों का उल्लंघन करने वालों पर कार्रवाई होगी।
पिछले साल भी सड़क पर नमाज पढ़ने वालों के खिलाफ हुई थी कार्रवाई
पुलिस अधिकारी ने बताया कि पिछले साल कुछ लोगों ने निर्देशों का उल्लंघन करते हुए सड़कों पर नमाज अदा की थी, जिसके चलते 80 से अधिक लोगों के खिलाफ कार्रवाई की गई थी। इस बार भी यदि कोई नियम तोड़ेगा, तो उसे गंभीर परिणाम भुगतने होंगे।
पासपोर्ट और लाइसेंस होंगे रद्द
मेरठ पुलिस ने इस बार विशेष कदम उठाते हुए सख्त चेतावनी दी है कि सड़क पर नमाज पढ़ने वाले व्यक्तियों के पासपोर्ट और ड्राइविंग लाइसेंस रद्द किए जा सकते हैं। पुलिस के अनुसार, यदि किसी व्यक्ति के खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज हैं, तो उसका पासपोर्ट रद्द किया जाएगा, जिससे नया पासपोर्ट प्राप्त करना मुश्किल हो जाएगा।
शांति बनाए रखने के लिए सुरक्षा के कड़े इंतजाम
मेरठ के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक विपिन ताडा ने बताया कि जिले में शांति बनाए रखने के लिए प्रशासन पूरी तरह से मुस्तैद है। जिला प्रशासन, धर्मगुरुओं और स्थानीय लोगों के साथ समन्वय कर सभी आवश्यक दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं।
सोशल मीडिया पर भी सख्त नजर
एसएसपी ने कहा कि सोशल मीडिया पर किसी भी तरह की अफवाह फैलाने या सांप्रदायिक तनाव भड़काने की कोशिश करने वालों के खिलाफ भी सख्त कार्रवाई की जाएगी। पुलिस सोशल मीडिया गतिविधियों पर नजर रखे हुए है और किसी भी आपत्तिजनक पोस्ट पर त्वरित कार्रवाई की जाएगी।
सुरक्षा बलों की तैनाती और फ्लैग मार्च
शहर में सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करने के लिए प्रांतीय सशस्त्र बल (PAC) और रैपिड एक्शन फोर्स (RAF) के जवानों को तैनात किया गया है। संवेदनशील इलाकों की पहचान कर वहां विशेष सुरक्षा प्रबंध किए गए हैं। इसके अलावा, जिले में फ्लैग मार्च भी किया जा रहा है ताकि लोगों में सुरक्षा की भावना बनी रहे।