वाराणसी के लोकप्रिय नमो घाट के पास बुधवार शाम एक चौंकाने वाली घटना ने सभी को हक्का-बक्का कर दिया। अचानक जमीन धंसने से घाट के पास मौजूद दुकानों का एक हिस्सा नीचे लुढ़क गया, जिससे दुकानदारों और वहां मौजूद लोगों में भगदड़ मच गई। यह घटना नमो घाट के उस क्षेत्र में हुई, जो पर्यटकों और दुकानदारों के बीच खासा लोकप्रिय है। आइए जानते हैं इस हादसे की पूरी कहानी।
नमो घाट: वाराणसी का प्रमुख पर्यटन स्थल
नमो घाट आज वाराणसी का एक चमकता सितारा है। यह घाट न केवल पर्यटकों के बीच पसंदीदा बना हुआ है, बल्कि वीवीआईपी आगंतुकों के लिए भी आकर्षण का केंद्र है। यहां से स्टीमर और क्रूज की सवारी का लुत्फ उठाया जाता है, जो इसे और खास बनाता है। गंगा के किनारे बसा यह घाट वाहन पार्किंग की सुविधा के साथ भी सुसज्जित है।
अचानक हादसे ने फैलाई दहशत
बुधवार शाम को नमो घाट के उस हिस्से में हादसा हुआ, जहां दुकानें स्थापित थीं। जमीन धंसने के साथ ही दुकानों का एक हिस्सा भी नीचे खिसक गया। इस अप्रत्याशित घटना ने दुकानदारों और ग्राहकों के बीच अफरा-तफरी मचा दी। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, यह सब इतनी तेजी से हुआ कि किसी को संभलने का मौका तक नहीं मिला।
त्वरित कार्रवाई: सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम
घटना के तुरंत बाद नमो घाट पर मौजूद सुरक्षाकर्मियों ने सक्रियता दिखाई। क्षेत्र को सुरक्षित करने के लिए रस्सियों से बैरिकेडिंग की गई, ताकि लोग खतरे वाले जोन में प्रवेश न करें। साथ ही, नगर निगम और संबंधित कार्यदायी संस्था के अधिकारी मौके पर पहुंचे और जांच शुरू कर दी।
जांच शुरू, कारणों का पता लगाने में जुटे अधिकारी
इस हादसे के पीछे के कारणों का अभी तक खुलासा नहीं हुआ है। अधिकारियों ने घटनास्थल का निरीक्षण शुरू कर दिया है और यह पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि आखिर जमीन धंसने की वजह क्या थी। स्थानीय लोगों और दुकानदारों में इस घटना को लेकर चिंता बनी हुई है।
नमो घाट जैसा प्रमुख स्थल वाराणसी की शान है, और इस घटना ने सुरक्षा व्यवस्था पर भी सवाल खड़े किए हैं। आने वाले दिनों में जांच के नतीजे सामने आने की उम्मीद है, जो इस हादसे के पीछे की सच्चाई को उजागर करेंगे। तब तक, प्रशासन ने लोगों से सतर्क रहने की अपील की है।