बॉलीवुड की अतिलोकप्रिय फिल्म हेरा-फेरी और फिर हेरा-फेरी की लगभग मिलती जुलती तर्ज पर ही शहर में कबीर चौक इलाके में राधिका रेसिडेंसी की रहने वाली एक महिला से एक करोड़ रुपए की ठगी का मामला सामने आया है। स्किल डेवलपमेंट करने वाली स्टार्टअप कम्पनी बताकर चिटफंड कम्पनी के संचालक ने फ्रेंचाइजी लेने पर महिला को भविष्य में बड़े मुनाफे का झांसा दिया। महिला ने हरियाणा के गुरुग्राम निवासी आरोपी की बात पर यकीन कर रुपए दे दिए। एक साल गुजरने के बाद कम्पनी के संचालक ने महिला को धमकाया और रुपए लौटाने से भी मना कर दिया। महिला की शिकायत पर जूटमिल पुलिस ने आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज किया है।
कबीर चौक राधिका रेसिडेंसी में रहने वाली महिला अपने रिश्तेदारों से मिलने के लिए मार्च 2022 में रायपुर गई थीं। एक परिचित के जरिए दीप सिहाग उनसे मिला। दीप ने महिला को बताया कि उसने एआईटीएमसी नाम से स्टार्टअप शुरू किया है। कंपनी पूरे देश में कौशल विकास योजना के सेंटर की फ्रेंचाइजी देती है। उसे सरकार की तरफ से लाइसेंस मिला हुआ है। उसने कहा कि कोरोना में जहां लोगों का व्यापार बंद हो रहा था, डिजिटल तरीके से स्किल डेवलपमेंट के काम से उसने काफी रुपए कमाए। कहा कि उसके साथ जुड़े लोगों ने भी बड़ा मुनाफा कमाया है।
महिला रायगढ़ लौटी तो दीप सिहाग अपने साथी को लेकर रायगढ़ पहुंचा और युवती से उनकी बैठक कबीर चौक स्थित एक रेस्टोरेंट में हुई। एजेंट्स ने महिला से कहा कि रायपुर के कई लोगों ने उनकी स्टार्टअप कम्पनी में निवेश किया हुआ है, उन्होंने महिला को भी रुपए लगाने और अच्छा लाभ कमाने की बात कही। महिला को उनपर पूरा यकीन हो जाए इसलिए उन्होंने कुछ लोगों से हुए एग्रीमेंट भी दिखाए।
एग्रीमेंट देखकर महिला को यकीन हुआ कि चार-पांच गुना तक रिटर्न हो रहा है। दीप सिहाग ने महिला को जो दस्तावेज दिखाए, उसमें निवेश और कमाई का पूरा ब्योरा था ताकि उसे जाल में फंसाया जा सके। दीप और उसके साथियों ने कहा कि सेंटर कंपनी संचालित करेगी, महिला का निवेश ईएमडी डिपोजिट की तरह रहेगा। राशि एक साल में मुनाफे के साथ वापस हो जाएगा।