दीपका में 5 दिन पहले हुए मोटर मैकेनिक की हत्या के मामले में पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। रात में चलते समय अंधेरे में पैर टकराने पर मोटर मैकेनिक द्वारा मारपीट किए जाने पर आरोपी ने गुस्से में आकर उसे मार डाला था।
दीपका थाना अंतर्गत प्रगतिनगर में शनिवार की रात मोटर मैकेनिक निकोलस टोप्पो की हत्या की वारदात हुई थी। गैरेज के पास ही वाटर एटीएम के पीछे अगले दिन सुबह उसका रक्तरंजित शव मिला था। उसके चेहरे पर ईंट-पत्थर से हमला किया गया था।
मामले में दीपका थाना प्रभारी निरीक्षक अश्वनी राठौर व सायबर सेल प्रभारी सहायक उप निरीक्षक अजय सोनवानी के नेतृत्व में पुलिस टीम जांच-पड़ताल में जुटी थी। मृतक निकोलस का किसी से विवाद या दुश्मनी नहीं होने की जानकारी मिलने पर मामला पेचीदा हो गया था। ऐसे में पुलिस मुखबिर के जरिए जानकारी जुटाने में लगी थी। 3 दिन बाद पुलिस को
क्षेत्र में निवासरत चंदन बाल्मिकी (22) की संदिग्ध गतिविधियों की जानकारी मिली। संदेह के आधार पर उससे पूछताछ करने पर वह पुलिस को गुमराह करने का प्रयास करता रहा। लेकिन पुलिस ने कड़ाई से पूछताछ की तो संदेही चंदन ने हत्या करना स्वीकार कर लिया।
पुलिस ने मामले में साक्ष्य जुटाते हुए आरोपी को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया। जहां से उसे जेल भेज दिया गया। आरोपी पेशे से ठेका सफाई कर्मी है। पुलिस के मुताबिक घटना की रात निकोलस शराब के नशे में गैरेज के पास सामुदायिक भवन के पास बैठा था। तब आरोपी चंदन वहां से पैदल अपने घर जा रहा था। अंधेरे के कारण उसका पैर निकोलस के पैर से टकरा गया। तब निकोलस उससे गाली गलौच करने लगा। माफी मांगकर वहां से जाने के बाद भी निकोलस ने पीछा करके घटनास्थल पर उसे रोका और मारपीट करने लगा। तब गुस्से में आकर उसने मौके पर पटककर पैर से मारने के बाद उसपर ईंट से हमला किया। उसने उसे तब तक मारा जब तक उसने दम नहीं तोड़ दिया।
घटना के बाद उसने घर पहुंचकर खून से सने कपड़े धो दिए। वहीं घटना के दौरान किसी के देखे जाने की सोचकर पुलिस की पकड़ में आने से बचने के लिए सेविंग कर दाढ़ी हटा ली। इसके बाद वह सुबह घर से निकलकर दूरदराज क्षेत्र में घूमता और रात में घर लौटता था। लोगों से वह पुलिस जांच के बारे में पूछता था। इस तरह उसकी संदिग्ध गतिविधियां की जानकारी पुलिस तक पहुंची और पुलिस हत्याकांड के आरोपी तक।