वेतन नहीं बढ़ाया तो 5 लाख 71 हजार लेकर युवक हुआ फरार, हरिद्वार-दिल्ली घूमकर लौटा, पुलिस ने चांपा से किया गिरफ्तार
रायगढ़ में वेतन न बढ़ाने पर एक युवक ने जामगा स्टेशन से कलेक्शन किए गए 5 लाख 71 हजार रुपए लेकर फरार हो गया। सीएमएस कर्मचारी को 18 दिन बाद चांपा स्टेशन से गिरफ्तार किया गया है। जीआरपी ने युवक के पास 1 लाख 95 हजार रुपए व मोबाइल जब्त किया है। पूछताछ में आरोपी ने बताया कि उसे 25 हजार वेतन न देकर केवल 7 हजार रुपए दिए जा रहे थे। कई बार अधिक वेतन की मांग करने पर भी जब उसकी बात नहीं सुनी गई तो उसने कलेक्शन के 5 लाख 71 हजार रुपए बैंक में जमा करने के बजाय लेकर फरार हो गया। और इसकी अधिकांश राशि उसने मौज-मस्ती में उड़ा दी।
आरोपी युवक ने 18 दिन में 3 लाख 80 हजार रुपए खर्च कर दिए। 5 अक्टूबर को मुकेश गिरी गोस्वामी शाखा प्रबंधक सीएमएस कंपनी बिलासपुर ने अपने कैश कलेक्शन एजेंट के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी। शाखा प्रबंधक ने लिखित शिकायत कर बताया कि रामजानकी गली सारागांव जिला जांजगीर चांपा का राकेश कुमार देवांगन ने तीन महीने पहले काम शुरू किया था। रेलवे स्टेशन से आईडीबीआई बैंक में जमा करने दिए गए रुपए लेकर फरार हो गया। 27 सितंबर से मोबाइल बंद कर कोई जानकारी नहीं मिल रही है।
जीआरपी थाना प्रभारी के निर्देश के बाद जांच में जुटी थी। आरोपी को घेराबंदी कर चांपा रेलवे स्टेशन में पकड़कर रायगढ़ जीआरपी थाना लाया गया। थाना प्रभारी ने बताया कि राकेश कुमार देवांगन तीन महीने पहले ही सीएमएस इंफोसिस्टम लिमिटेड कंपनी एक अनुबंध के तहत बैंकों के विभिन्न ग्राहकों से पैसा संग्रहित कर सुरक्षित परिवहन करके बैक में जमा करन का कार्य राष्ट्रीय स्तर पर करती है। कैश कलेक्शन एजेंट के माध्यम से कराया जाता है। इस काम को तीन माह पहले आरोपी युवक के द्वारा किया जा रहा था। 26 सितंबर को राकेश जामगांव रेलवे स्टेशन में 3 हजार 65 रुपए और रायगढ़ रेलवे स्टेशन से 5 लाख 71 हजार 975 रुपए कलेक्शन किया। कुल 5 लाख 75 हजार 40 रुपए संग्रहित किया। जीआरपी ने शिकायत के बाद फरार युवक के खिलाफ धारा 409 के तहत मामला दर्ज पतासाजी में जुटी थी। उसे चांपा रेलवे स्टेशन से रुपए सहित गिरफ्तार कर उसे जेल भेज दिया है।
आरोपी बोला- 25 हजार वेतन की जगह दे रहे थे 7 हजार, कई बार मांग करने पर भी नहीं बढ़ाई सैलरी
आरोपी राकेश देवांगन ने बताया कि तीन महीने पहले ही ऑफिस ज्वाइन किया था। युवक को 25 हजार वेतन दिए जाने की बात कही गई थी। सीएमएस कंपनी के शाखा प्रबंधक ने उसे वेतन के बारे में बताया था। लेकिन उसे सिर्फ 7 हजार रुपए ही मिल रहे थे। 3 माह तक आरोपी लगातार पैसे की मांग करता रहा। लेकिन इसके बाद भी पैसे नहीं मिलने पर युवक कलेक्शन के पैसे लेकर फरार हो गया। वह हरिद्वार, दिल्ली के साथ कई शहरों में घूमा, पैसे खर्च कर चांपा अपने घर लौट रहा था।
2 हजार के 50 नोट देकर 1 लाख के बदले लिए 30 हजार
आरोपी ने पूछताछ में बताया कि मोबाइल बंद कर कोरबा चला गया। वहां 33 हजार का नया मोबाइल लिया फिर हरिद्वार चला गया। वहां पता चला कि 2 हजार के नोट बंद हो रहे हैं। उसने एक व्यापारी से 2 हजार के 50 नोट दिए और बदले में 30 हजार रुपए लिए। वहां से दिल्ली में 80 हजार रुपए से मौज मस्ती की। 18 दिन घूमने-फिरने के बाद आरोपी युवक लौट रहा था। उसके पास 1 लाख 95 हजार थे, इसी दौरान जीआरपी ने उसे चांपा से गिरफ्तार किया है।